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जन्माष्टमी पर गौ सेवा ही श्रेष्ठ, उसी पर विशेष ।
आज भगवान् श्री कृष्ण का पावन पवित्र त्योहार जन्मष्मी है। सोलह कलां सम्पूर्ण भगवान श्री कृष्ण अपनी नित्य नई लीलाओं के लिए माने जाते है, बचपन से ही गौ सेवा में लिप्त भगवान श्री कृष्ण गौ माता को अपनी आराध्य देवी मानते थे और गौ चराने नंगे पांव हो जाते थे। श्री कृष्ण की अनेक लीलाओं में गौ सेवा का दर्शन होता है। हमारे वेद-ग्रन्थ गौ-महिमा करते थकते नहीं है। लेकिन आज हमारे समाज ने स्वार्थ भाव की ऐसी करवट ली की जिसमें हमे अपने स्वार्थ के आगे कुछ भी नहीं दिखता है।
आज भगवान् श्री कृष्ण का पावन पवित्र त्योहार जन्मष्मी है। सोलह कलां सम्पूर्ण भगवान श्री कृष्ण अपनी नित्य नई लीलाओं के लिए माने जाते है, बचपन से ही गौ सेवा में लिप्त भगवान श्री कृष्ण गौ माता को अपनी आराध्य देवी मानते थे और गौ चराने नंगे पांव हो जाते थे। श्री कृष्ण की अनेक लीलाओं में गौ सेवा का दर्शन होता है। हमारे वेद-ग्रन्थ गौ-महिमा करते थकते नहीं है। लेकिन आज हमारे समाज ने स्वार्थ भाव की ऐसी करवट ली की जिसमें हमे अपने स्वार्थ के आगे कुछ भी नहीं दिखता है।
‘आज स्वार्थ के अतिरिक्त मानव को कुछ न सुझता है, शायद इसीलिए ही जीवन यापन के लिए इतना जूझता है..!”
आज कितने ही जप-तप, व्रत, अनुष्ठान किये जाते है परंतु फिर भी चारों और दुःख ही दुःख है, ऐसा लगता है जैसे हमारे द्वारा किया गया कोई भी जप तप इत्यादि फलीभूत न हो पा रहा हो। आखिर ऐसा क्यू? क्यों हमारे अनुरुप सब कुछ नहीं हो पा रहा है? इस का मूल कारण ही गौ माता हमारे द्वारा जाने-अनजाने की जाने वाली अवहेलना है। धर्म की धुरी गौ माता आज हमारी वजह से ही सड़कों पर भटकने को मजबूर है। आज गौ माता भूख के मारे गंदगी खाने को मजबूर है। भगवान श्री कृष्ण द्वारा सदैव पूज्य गौ माता का हमारे समाज द्वारा जो तिरस्कार हो रहा है, ये जघन्य अपराध कतई मुआफी के काबिल नहीं है। गौ माता की आंख से बहने वाला एक एक आंसू का हम सब पर बोझ है। जिसे हमें ही चुकाना पड़ेगा।
गौ माता की सेवा हम सब को मिल कर करनी चाहिए, गौ सेवा मात्र एक का कार्य नहीं है अपितु अनेक जब इस मुद्दे पर एक हो जाये तो अवश्य ही गौ माता को लाभ होगा। गौ सेवा से जीवन की प्रत्येक समस्या का समाधान संभव
गौ-महिमा है अपरंपार
गौ-सेवक की सुधि लेते है स्वयं श्री कृष्ण मुरार…..!
ऐसे कर सकते है आप भी गौ सेवाः-
1. सब से पहले गौ ग्रास निकले, गौ ग्रास का शास्त्रों में बहुत महत्व है। मनुष्य तीन ऋणों से सदा घिरा खाता है देव ऋण, पितृ ऋण व ऋषि ऋण, इन ऋणों से मुक्त होने का इक मात्र उपाए गौ सेवा ही है।
याद रखिये पितृ खुश तो पुत्र खुश-पितरों को खुश रखने का सरल व् सुगम उपाए मात्र गौ सेवा है।
2. देसी गौ उत्पादों के सेवन से आप गौ सेवा के भागीदार बन सकते है। देसी गौ माता का दूध उत्तम दूध है। गौ माता में ही सूर्य, केतु, नारी होती है।
3. काफ-लेदर का उपयोग न करे।
4. सप्ताह में एक बार परिवार समेत गौशाला में गौ दर्शन को जाना चाहिए।
5. घर में गौ पालन संभव न हो तो बेसहारा गौ पकड़ कर दे व गौशाला में अपने पैसे से गौ माता के लालन पालन की व्यवस्था करें।
6. गौ माता को अपने जीवन का अभिन्न अंग मान कर गौ माता को अपने प्रत्येक सुख-दुःख में शामिल करें। मरणोपरांत गौ माता ही वैतरणी पार करवा सकती है।
7. अपने व अपनों का जन्मदिन गौ माता के लिए सवामणी करवा कर मनाये।
8. घर में गौ माता का चित्र जरूर लगाए, बच्चों को अपनी पाकेटमनी से गौ ग्रास के रूप में 1 रुपया निकलने के लिए अवश्य प्रेरित करे, हो सके तो घर में गौ-गौलक रखे या सोसायटी से संपर्क कर के रखवाये। 9. गौ-हत्या मुक्त व गौ-सेवा युक्त भारत निर्माण में अपना यथा उचित समय व सहयोग दे।
10. श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी द्वारा गौ-हित में चलाये जा रहे प्रकल्पो से आप जुड़ कर रचनात्मक तरीके से गौ सेवा की जा सकती है। याद रखिये गौ-खुश तो गोपाल खुश। गौ माता की सेवा से जुड़ना व औरों को जोड़ना ही सच्ची कृष्ण भक्ति है। गौ माता का जय घोष केवल मात्र मंदिरों तक ही न सीमित रहने दे। रचनात्मक तरीके से वास्तविकता से गौ माता की सेवा में जुड़ जाये। इस से भगवान श्री कृष्ण अत्यंत प्रसंन होंगे। गोपाल-पूजा गौ- सेवा के बिना अधूरी है।
श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर से गांव जट्टवाली में बनाए गए देसी गौवंश चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम में बिमार व दुर्घटनाग्रस्त गौवंश के लिए की गई व्यवस्था देखने योग्य है।
अशोक कुक्कड़
संस्थापक अध्यक्ष
श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी
फाजिलका।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी अपने गौ कार्यों में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। गौ हित कार्यों को करते हुए सोसायटी ने बड़े ही आयाम स्थापित किए हैं सोसायटी की विभिन्न विभिन्न योजनाओं के साथ देश विदेश के लोग जुड़कर गौ हित के कार्यों को आगे बढ़ा रही है। फाजिल्का के इतिहास में यह भी पहली बार होगा जब कोई सोसायटी गौ सेवा के साथ-साथ प्रभु भक्ति के साथ भी लोगों को जोड़ रही है। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया आज से कार्तिक मास के उपलक्ष्य पर शुरू होने वाले गौ-सानिध्य-भक्ति-संगम महोत्सव के तहत पूरे माह श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र पाठ हेतु 151/- का सहयोग, श्री गजेन्द्र मोक्ष पाठ के लिए 101/- का सहयोग, श्री रामचरितमानस नवान्हपारायण पाठ के लिए 7100/- का सहयोग, श्री राम-नाम माला 31/- का सहयोग व श्री महामंत्र की माला के लिए मात्र 51/- का सहयोग रखा गया है। यह पाठ योग्य ब्राह्मणों के मुखारविंद से होंगे। कलयुग में गौ सेवा के साथ-साथ प्रभु नाम एक संजीवनी है। अत: उसी उद्देश्य को आगे बढ़ाने का काम सोसायटी कर रही है। कार्तिक मास में गौमाता के पावन सानिध्य में किया गया हरि नाम संकीर्तन अवश्यंभवी मंगलकारी होता है। आप भी बिमार गौवंश के लिए यथासंभव सहयोग कर पुण्य के भागी बने आपकी ओर से प्रदान किए गए सहयोग पर इंकम टैक्स की धारा 80 जी के तहत छूट प्राप्त होगी।
गौ सेवा व मानवता के सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी की ओर से कलयुग में सतयुग जैसी सेवा के तहत पितृपक्ष 10/9/22 से पितृगणों के निमित्त में और आपके हित में पाठ शुरू किए यह पाठ अमावस 25/09/22 तक चलेंगे। यह पाठ सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की सेवा स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम राम मंदिर गांव जट्टवाली के प्रांगण में गौ माता के पावन सानिध्य में यह पाठ योग्य ब्राह्मणों पण्डित श्री राम स्वरूप शास्त्री जी व उन के शिष्यों के मुखारविंद से पितृगणों के कल्याणार्थ शुरू हो चुके हैं। जिसकी सेवा राशि श्री गीता जी के पाठ हेतु मात्र 751/- , श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत्र पाठ हेतु मात्र 251/- व श्री गजेन्द्र मोक्ष पाठ हेतु मात्र 151/-रखी गई है, यह सहयोग ब्राह्मण भोजन, ब्राह्मण दक्षिणा व एक गौ माता के चारा सहित है। इन पाठों का उद्देश्य मात्र यही है कि अपनी संस्कृति से जोड़ना । यह पाठ गौ माता के सानिध्य में होने से इसका प्रभाव अत्यधिक बढ़ जाता है आप भी इस सेवा का लाभ लेकर पुण्य के भागी बने क्योंकि याद रखें पितृ खुश तो पुत्र खुश। पितृगणों के शुभ आशीर्वाद से हमें जीवन में तरक्की मिलती है व परिवार में खुशहाली बनी रहती है। वर्ष में मात्र ये 15-16 दिन पितृगणों के होते हैं अतः हमें उन की सेवा से कदापि पीछे नही रहना चाहिए। विद्धान कहते हैं। मातरः सर्वभूतानां गावः सर्वसुखप्रदाः। पितरों के कल्याणार्थ यदि श्राद्ध पक्ष में गौशाला में या गौ माता के सानिध्य में किया गया, श्री गीता पाठ, श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र पाठ , श्री गजेन्द्र मोक्ष पाठ पितरों को अक्षय तृप्ति प्रदान करने वाला होता है, अकाल मृत्यु जनित दोष पितृ दोष दूर करने का सर्वोत्तम उपाय है। सर्व साधारण मनुष्य भी इस कार्य को कर सकता है क्योंकि मनुष्य जीवन में अपने हाथ से किया गया पितृ कार्य गौ माता के सानिध्य में अनंत गुना फल प्रदान करने वाला होता है शास्त्रों में कहते हैं कि सभी अवरुद्ध हुए कार्य पितरों के शुभ आशीर्वाद से संपन्न हो जाते हैं जी।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर गाँव जट्टवाली में बनाए गए देसी गौवंश के चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर का अवलोकन करने समाजसेवी बुलाकी राम पेड़ीवाल जी के साथ नई दिल्ली निवासी राजेश लाखोटिया जी पधारे व बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश के लिए कई गई व्यवस्था को देखकर गदगद हो गये। जानकारी देते हुए अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया कि श्री लाखोटिया जी कई बार आनलाईन पंचरत्न सवामणी करवा चुके है व आज व्यवस्था का जायजा लेने पधारे व गौवंश की दवाई हेतु सहयोग किया। सोसायटी की ओर से नित्य गौ प्रार्थना से सम्मानित किया गया। इस मौके पर समाजसेवी जतिन्द्र वर्मा भी मौजूद रहे
2006 से निरन्तर गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी फाजिलका की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाए गए बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश के चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर प्रांगण में उपचाराधीन गौवंश हेतु दाना-चारा एकत्रित करने व गाँव-गाँव में गौमाता के प्रचार प्रसार के लिए एक बैटरी संचालित ई-गौ-ग्रास सेवा श्री गोविन्द की डुगडुगी का शुभारंभ गौमाता के पावन सानिध्य में परम गौ भक्त श्री सुरेन्द्र आहूजा , सरहद केसरी के प्रमुख सम्पादक श्री राकेश नागपाल व समाजसेवी श्री बोबी सेतिया के करकमलों द्वारा नगर के गणमान्य गौभक्तों की उपस्थिती में किया गया। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया कि इस ई-गौ-ग्रास रिक्शा की खरीद हेतु सहयोग श्री सुरेन्द्र आहूजा जी व समाजसेवी श्री बोबी सेतिया जी ने किया। कुक्कड़ ने बताया कि भगवान नारायण की कृपा से सोसायटी को गौ हित में नये नये आयाम स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। जैसे पूरे पंजाब में सर्वप्रथम सवामणी की शुरूआत कर गौ हित में परचम लहराया, गौ-ग्रास रेहड़ियों की शुरूआत ने भी सोसायटी को एक अलग पहचान दी , फिर नारायण गौ सुविधा वाहन बनाया जिससे अब तक सैकड़ों ही गौवंश लाभान्वित हो चुके हैं फिर 2018 से गाँव जट्टवाली में देसी गौवंश के चिकित्सालय का शुभारंभ किया गया जिसमें गौवंश की देखरेख हेतु नागौर राजस्थान से सहायक डाक्टर राकेश बिश्नोई की व्यवस्था की गई अब इसी गौ सेवा धाम में गौमाता की उपयोगिता न केवल बातों बल्कि यथार्थ रूप से दिखाने हेतु पंचगव्य आधारित उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। गौ माता के पावन सानिध्य में सम्पन्न हुए इस सादे समारोह में ई-गौ-ग्रास सेवा के शुभारंभ के मौके पर श्री विक्रम आहूजा, श्री निवास बिहानी ,सोसायटी के उपाध्यक्ष श्री देव राज अरोड़ा, कोषाध्यक्ष श्री प्रदुमण शर्मा , सतपाल कुक्कड़, नवीन कौशल व अन्य उपस्थित हुए। समारोह के अंत में सब भक्तों ने गौ आरती कर गौ कृपा की अनुभूति की। श्री विक्रम आहूजा ने अपने सम्बोधन में बताया कि गौ हित में सोसायटी का हर एक प्रयास मिल पत्थर साबित हुआ है अब यह ई-गौ-ग्रास भी गौ सेवा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगा। श्री राकेश नागपाल जी ने बताया कि सोसायटी बातों पर नही बल्कि अपना काम करने में विश्वास रखती है व आज जो सोसायटी ने गौ सेवा के क्षेत्र में एक और मिसाल कायम की है। श्री सुरेन्द्र आहूजा जी ने सोसायटी के प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाए गए बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश के चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर प्रांगण में मुख्य मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों के लिए समाजसेवी श्री महावीर प्रसाद मोदी जी जी की ओर से एक नया पानी का कूलर लगवाया गया है। जानकारी देते हुए सोसायटी के उपाध्यक्ष देव राज अरोड़ा ने बताया ने बताया कि इस देसी गौ चिकित्सालय निर्माण हेतु सवा दो कनाल की भूमि भी श्री मोदी परिवार की ओर से ही दान की गई थी। सोसायटी की ओर से श्री मोदी परिवार का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया व श्री नित्य गौ प्रार्थना से सम्मानित किया गया।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में 2006 से काम कर रही श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी गौ सेवा में नित्य नये आयाम स्थापित कर रही है।सोसायटी की ओर से गौ सेवा के अनेक प्रकल्पों को गौभक्तों ने सराहा व अपनाया। सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौ चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर का संचालन किए जाने के साथ-साथ नगर में घूम रहें बेसहारा गौवंश के लिए गर्मियों में जल उपलब्ध करवाया जाता है। श्री पुरुषोत्तमलाल पेड़ीवाल ट्रस्ट फ़ाज़िल्का (रजि:) पंजाब की ओर श्री कीर्ति कुमार पेड़ीवाल जी ने एक लाख के सोसायटी को दिए गए सहयोग से पानी का बड़ा टैंकर बनवाया गया है जिसको विधिवत रूप से शुरू कर दिया गया है। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया कि श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर के पवित्र प्रांगण में सम्पन्न हुए एक सादे समारोह में गौमाता के पावन सानिध्य में इस जल वाहन को समाजसेवी श्री महावीर प्रसाद मोदी जी व समाजसेवी श्री बुलाकी राम पेड़ीवाल जी ने डा॰ राघव गांधी, सुनील खुंगर, विनोद जुनेजा, सेनेटरी सुपरिटेंडेंट नरेश खेड़ा, राघव मोदी, सोसायटी के उपाध्यक्ष देव राज अरोड़ा, ध्रुव व अन्य गणमान्यों की उपस्थिती में शुरू किया गया। सोसायटी की ओर से नगर के विभिन्न स्थानों पर पानी प्रबंधन हेतु छोटी सीमेंट की टंकियां रखवाई गई हैं। जिसको इस टैंकर की मदद से भरा जाएगा। सभी नगर निवासी सोसायटी का सहयोग प्रदान करें ताकि ज्यादा से ज्यादा गौवंश लाभान्वित हो सके।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में 2006 से कार्यरत श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी को आज पहचान दिलाने व इंकम टैक्स की धारा 80जी के तहत दानदाताओं को इनकम टैक्स से छूट दिलवाने का महत्वपूर्ण कार्य श्री आनंद कुमार पेड़ीवाल जी ने करवाया है पिछले लंबे अरसे से सोसायटी की गतिविधियों से ह्दय जुड़े नगर के प्रमुख सीए श्री आनंद कुमार पेड़ीवाल जी ने अपनी कुशल कार्यशैली से आज सोसायटी को एक महत्वपूर्ण मुकाम दिलाया है। उन्हीं की अनथक प्रयास से पहले 2019 में सोसायटी को इंकम टैक्स की धारा 12 ए के तहत छूट प्राप्त हुई वह अब यह 80 जी के तहत छूट प्राप्त करने वाली गौहित में कार्यरत नगर की प्रथम संस्था बन गई है। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया की श्री आनंद पेड़ीवाल जी व उन का परिवार हर समय गौ सेवा में तैयार रहता है व सोसायटी के किसी भी कार्य को प्राथमिकता से करतें हैं। इससे पहले भी पेड़ीवाल परिवार ने ही सोसायटी को जोधपुर से बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश के उपचार में काम आने वाली चैनकूपी मशीन भी जोधपुर से बनवा कर दी थी। जिससे अब तक सैकड़ों की गौवंश लाभान्वित हो चुका है सोसायटी श्री आनंद कुमार पेड़ीवाल जी का हृदय से आभार व्यक्त करती है जिन्होंने पूरी मेहनत और लगन से सोसायटी को यह मुकाम हासिल करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अत: सब से अपील की जाती है कि सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की सेवा स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर हेतु दिल खोल कर सहयोग करें व इंकम टैक्स की धारा 80जी के तहत छूट प्राप्त करें।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी के को गौ हित में किए जा रहे कार्यों व चलाए जा रहे देसी गौवंश के चिकित्सालय को देखते हुए आज सोसायटी को इकम टैक्स की धारा 80जी के तहत छूट प्राप्त हुई है। जानकारी देते हुए सोसायटी के सचिव विनोद सेतिया ने बताया कि इंकम टैक्स की धारा 80जी प्राप्त करने वाली गौ हित में कार्यरत नगर की प्रथम संस्था बन गई है। उन्होंने बताया कि सोसायटी को यह छूट मिलना एक बहुत ही गर्व की बात है वह जिसका सारा श्रेय गौ-गोविन्द को व गौ माता के जुड़े फाजिलका व देश- विदेश के गौ भक्तों को जाता है जिन्होंने सोसायटी के प्रत्येक प्रयास को हृदय से सराहा । गौ हित में चलाए प्रत्येक प्रकल्प को अपनाया व आगे बढ़ाया। उन्होंने सभी गौ भक्तजनों से अपील की है सोसायटी के गौ चिकित्सालय में आकर सेवा व्यवस्था का जायजा लें व सहयोग कर गौ हित में बेहतर से बेहतरीन करने का सुझाव दें। सोसायटी की ओर से गौ सेवा में नित्य नये आयाम स्थापित किए जा रहे हैं ।
गौ सेवा व मानवता के सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी ने अपना स्थापना वर्ष के16 साल संपूर्ण होने पर 17 वर्ष में सफलतापूर्वक प्रवेश पर श्री सुंदरकांड पाठ करवा कर मनाया जानकारी देते हुए सोसायट के कोषाध्यक्ष प्रदुमण शर्मा ने बताया कि अब सोसायटी 12 मार्च 2006 से प्रारंभ हुई थी। गौ सेवा में कई आयाम स्थापित कर चुकी है व आगे जारी हैं। सोसायटी द्वारा बनाए गए बीमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की सेवा स्थली में बड़े ही सादे ढंग से मनाया गया। सोसायटी के सदस्यों के अतिरिक्त अन्य गौ भक्त मौजूद हुए।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाए गए देसी गौवंश के चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मंदिर में सर्दी के बचाव हेतु गौवंश के रखरखाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं यहां छोटे बछड़ों के लिए हीटर व बड़े गौवंश के लिए बने शैडो को अच्छी तरह ढक कर रखने के साथ साथ अत्यंत पौष्टिक पंचरत्न सवामणी में आजकल खजूर व तिल भी मिलाए जाते हैं ताकि भारी ठण्ड से उन्हें बचाया जा सके व सर्दी की वजह से गौवंश का कोई नुकसान न हो। गौवंश के लिए श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर चलाई जा रही योजनाओं से पंजाब के अतिरिक्त भारत के विभिन्न राज्यों के गौ भक्त जुड़े हुए हैं जो समय समय पर बिमार गौवंश के लिए अपना सहयोग प्रदान करते रहते हैं । संक्रांति के पावन पर्व पर श्री गौ भक्त परिवार मुंबई की ओर से गौ माता के लिए 25000 का सहयोग भेजा गया इसके अतिरिक्त श्री आनंदपुर साहिब के एसडीएम श्री केशव गोयल जी ने व उत्तर प्रदेश के गौभक्त ने गौ माता की पंचरत्न सवामणी में मिलाने हेतु काले तिल का सहयोग दिया। जानकारी देते हुए सोसायटी के उपाध्यक्ष देवराज अरोड़ा व कोषाध्यक्ष प्रदुमण शर्मा ने बताया कि एसडीएम श्री केशव गोयल जी आज भी सोसायटी की गतिविधियों के साथ जुड़कर गौ सेवा कर रहे हैं उन्होनें बताया कि श्री नारायण गौ सेवा धाम मंदिर में सभी बिमार व दुर्घटनाग्रस्त गौवंश का ध्यान बच्चों की भांति रखा जाता है उन्होंने बताया कि गौवंश के उचित रखरखाव व चौबीसों घण्टें डाक्टरी देख रेख के लिए सहायक डॉक्टर राकेश बिश्नोई नागौर की व्यवस्था की गई है जो कि श्री धाम में रहकर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहें हैं।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की सेवा स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर में सर्दियों से बचाव हेतु पुख्ता प्रबंध किए गए है। पंचरत्न सवामणी को पकाने के प्रबन्ध के साथ साथ गौवंश के लिए ताजी रोटियां का प्रबंध किया जाता है , जिसके तहत मात्र 911/- वार्षिक में 55 गौभक्त परिवार देश के विभिन्न राज्यों से सेवा कर रहे हैं। गौवंश के सर्द हवाओं से बचाव हेतु पारदर्शी शीट लगवाईं गई हैं जिसका सहयोग श्री अमित बांसल जी ने किया है। सर्दी के मौसम में सड़क पर आने जाने वालों के लिए गौ चिकित्सालय के बाहर चाय का लंगर बब्बर स्वीट हाऊस के सहयोग से चलाया जा रहा है। सोसायटी की ओर से गौवंश के लिए दवाई सेवा योजना मात्र 311/- प्रति माह शुरू की गई है। अत: आग्रह किया जाता है गौ सेवा तीर्थ का अवलोकन करने गौ भक्त जरूर आयें व अपने कीमती सुझाव दें ताकि आप के सहयोग से गौवंश हेतु और प्रबंध किये जा सकें।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में काम कर रही श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी द्वारा गांव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की सेवा स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम मंदिर गौवंश के लिए वरदान साबित हो रहा है। आज सूचना मिलने पर गांव थेहकंलदर के पास से रेलगाड़ी की टक्कर से घायल गाय को सोसायटी के वाहन से देसी गौवंश के चिकित्सालय लाया गया। जानकारी देते हुए सोसायटी के उपाध्यक्ष देवराज अरोड़ा व सचिव विनोद सेतिया ने बताया कि इस गौधाम मन्दिर में गौवंश के रखरखाव के लिए अत्यंत पौष्टिक आहार के साथ साथ सर्दियों में कम्बलों की व्यवस्था की गई है। पंचरत्न सवामणी की सेवा की बीरा कुक्कड़ जी की ओर से उन के मैनेजर ने करवाई व गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में निरंतर कार्यरत श्री नारायण वेलफेयर सोसायटी की ओर से गांव जट्ट वाली में बनाई गई बीमार बा दुर्घटनाग्रस्त देसी गोवंश की सेवा स्थली श्री नारायण गुरु सेवा धाम मंदिर गोवंश के लिए वरदान साबित हो रहा है आज एक दुर्घटनाग्रस्त बछड़ा गांव चक्कर वाले झुग्गे से सोसायटी के वाहन द्वारा लाया गया। दुर्घटना में बछड़े की पिछले पैर की हड्डी तीन जगह से टूट हुई थी व दर्द से कहरा रहा था। जानकारी देते हुए सोसायटी के सचिव विनोद सेतिया ने बताया कि बछड़े के श्री नारायण गौ सेवा धाम पहुंचने पर तुरंत सरकारी वैटरनी डाक्टर राघव गाँधी जी की ओर से ईलाज किया गया। डाक्टर गांधी समय-समय पर श्री धाम में गौवंश के ईलाज में अपनी निशुल्क सेवाएं प्रदान करते रहते हैं।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी के द्वारा गांव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की विश्राम स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर में पितृपक्ष में पितृगणों के निमित्त पावन श्री गीता जी पाठ व पावन श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र पाठों की श्रृंखला में आनलाईन जुड़कर करनाल निवासी श्री आत्म प्रकाश मल्होत्रा जी, करनाल निवासी श्री प्रवीण कुमार गर्ग जी व इंदौर निवासी श्री आकाश दीप रंगबुल्ला जी ने अपने पितृगणों के निमित्त श्री गीता जी के पाठ करवाए , इस के अतिरिक्त श्री आकाश दीप रंगबुल्ला जी, अशोक कुक्कड़ व बोदीवाला पीथा निवासी रमाकांत जी ने अपने पितृगणों के निमित्त श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र पाठ के लिए जुड़कर संकल्प करवाया। जानकारी देते हुए सोसायटी के सचिव विनोद सेतिया जी ने बताया कि ये दोनों पाठ रामबाण है इस से पितृगण तृप्त होते हैं व घर में समृद्धि बनी रहती है। ये पाठ पूरे पितृपक्ष में पितृगण शांति हेतु लगातार जारी रहेंगे। कोई भी इन पाठों से जुड़कर लाभ प्राप्त कर सकता है।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी की ओर से गाँव जट्टवाली में बनाए गए देसी गौवंश के चिकित्सालय श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर में बड़े ही भाव से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया गया। श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र के पाठ , भजन-कीर्तन के उपरांत श्रीकृष्ण की आराध्य गौमाता की सामुहिक भव्य आरती का सभी गौ भक्तों ने आनंद उठाया। सरहद केसरी के प्रमुख संपादक श्री राकेश नागपाल जी विशेष अतिथि के रूप में पधारे। बब्बर स्वीट हाऊस के संचालक श्री अश्वनी बब्बर जी की ओर से सभी गौ-भक्त जनो को प्रसाद उपलब्ध कराया गया। मोदीनगर उत्तर प्रदेश निवासी श्री ह्रषल त्रिपाठी जी की ओर से गौवंश के लिए सेब की सेवा भेजी गई। सभी गौ-भक्तों ने बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश को अपने हाथों से सेब खिलाने की सेवा निभाई।
गौ सेवा व मानवता की सुख समृद्धि में कार्यरत श्री नारायण वैल्फेयर सोसायटी के द्वारा गांव जट्टवाली में बनाई गई बिमार व दुर्घटनाग्रस्त देसी गौवंश की विश्राम स्थली श्री नारायण गौ सेवा धाम मन्दिर में पूर्णिमा के श्राद्ध से इतिहास रचना शुरू हो चुका है।जी हां जो आज तक फाजिलका के इतिहास में कभी नही हुआ वो अब हो रहा है। पितृपक्ष में पितृगणों के निमित्त पावन श्री गीता जी पाठ व पावन श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र पाठ शुरू किए जा चुके हैं। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष अशोक कुक्कड़ ने बताया कि करनाल निवासी श्री आत्म प्रकाश मल्होत्रा जी ने अपने नाना स्व॰ श्री धन्नू राम जी के निमित्त श्री गीता जी का पाठ आनलाईन गौ माता के पावन सानिध्य में योग्य ब्राह्मण के मुखारविंद से होने वाले पाठ से आनलाईन जुड़कर संकल्प करवाया। इसके अतिरिक्त श्री सुनील खुंगर जी ने व श्री सतपाल कुक्कड़ जी ने श्री विष्णु सहस्रनामस्तोत्र पाठ करवाकर अपने पितृगणों को तृप्ति प्रदान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। अपनी संस्कृति से पुन: जुड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास सोसायटी की ओर से किया गया है। एक वर्ष में मात्र 15 दिन ह्दय से अपने पितृगणों को तृप्त प्रदान करने वाले कर्म करने चाहिए और निरन्तर उन का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। याद रखे कि पितृ खुश तो पुत्र खुश। गौ माता के सानिध्य में पाठ का फल बहुत बढ़ जाता है। ये अपनी संस्कृति से जुड़ने का एक नायाब तरीका है।